सुख समर्धी के कुछ उपाय
मानव जीवन एसा जीवन जन्हा कोई सुखी नहीं हैं सब को कोई न कोई परेशानी रहती हैं , क्यों क्योंकी मानव का स्वभाव ही
एसा हैं की जो मिल गया उससे खुश नहीं होता जिन्दगी मैं हमेशा कुछ न कुछ पाना चाहता हैं फिर मिल गया तो फिर दूसरी चीज़
चाहिए होती हैं खेर ये मानव का स्वभाव हैं और इसे बदला भी नहीं जा सकता , खेर इस चाकर मैं पड़ते हूए कुछ सुखा समर्धी के उअपय यंहा दे रहा हूँ कर के देखे और फिरक महसूस करे -
१. सुबह मैन गेट के बाहर सफाई करके एक गिलास पानी छिड़क दे धन की बरकत होगी
२. अशोक का पेड़ लगाने से और उसे सींचने से धन वृद्धि होती हैं
३. अशोक के पेड़ की जड़ का एक टुकडा पूजा घर में रखने और रोजाना उसकी पूजा करने से धन की कमी नहीं रहती
४.सूर्योदय के समय यदी घर के छत पर काले तील बिखेर दे तो घर में सुख बना रहता हैं
५. पानी की बाल्टी मैन दो चमच नमक दल कर उससे पोंचा लगाये तो घर की नकारात्मक उर्जा मैन कमी आती हैं
६. घर मैन टुटा फुट कांच फर्नीचर फटे हूए कपडे नहीं रखे
७. अगर कर्जा हो और चूका ना पा रहे हैं तो पूजा घर मैन मंगल यन्त्र रखे और रोज उसकी पूजा करे करजे से मुक्ति मिलेगी
8. सुबह भोजन करने से पहले गीता के १५ वे अध्याय का पाठ करने से घर में बरकत बनी रहती हैं और सुखो का वास होता हैं
इती शुभम
वीनोद रांका
3 comments:
bhaoot ache bhai sahab aap ne jo free jyotish sewa shuru ki hain ye aaj ke yug main wardan hi hain tahe dil se aabhar
16 july 1979 jivan mera achha nahi he vivahit jivan me dukh bahot he
16 july 1979 jivan mera achha nahi he vivahit jivan me dukh bahot he
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