दिसंबर में आने वाले कुछ योग
इस सृष्टि का विधान रहा है परिवर्तन। जब-जब कुछ परिवर्तन होते हैं तो उसके शुभ एवं अशुभ फल अवश्य होते हैं। देखें दिसंबर ग्रहों की राशि एवं नक्षत्र में परिवर्तन एवं उनके फल।
यत्रमासे पंचवारा जायन्ते च बृहस्पते:।
दिसंबर माह में 5 गुरुवार पड़ रहे हैं। इसके फलस्वरूप पश्चिम देशों में युद्ध की संभावना बनती है, इसके साथ ही विग्रह का संकेत होता है। एक ही माह में पाँच गुरुवार होने से यह स्थिति बनेगी। बुध पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में 10/12/2009 को प्रवेश कर रहा है। उसके फलस्वरूप रोग बढ़ने का खतरा उत्पन्न होगा।
19 दिसंबर को गुरु कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। इसके फलस्वरूप कृषि संबंधित नुकसान होगा। वर्षा कम होगी। इसी के साथ पूर्व देश में धान्य सस्ता होगा। 31 दिसंबर को खंडग्रास चंद्रग्रहण रहेगा जोकि आर्द्रा नक्षत्र में आएगा। इसके फलस्वरूप चोर, तांत्रिकों (मंत्र-यंत्र से शत्रुओं को पीड़ा देने वाले) मांत्रिकों एवं इनसे संबंध रखने वाले व्यक्ति को पीड़ा होगी।
पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात व ओलावृष्टि के साथ शीत में भारी वृद्धि होने की संभावना रहेगी। हिमाचल प्रदेश, कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड में तेज शीतलहर के साथ-साथ बूँदाबाँदी होगी।
ये ग्रह प्रत्येक नक्षत्र एवं राशि पर भ्रमण करते हैं, उस आधार पर परिणाम आते हैं। ईश्वरीय शक्ति की आराधना से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
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